पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति
पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति भारत में एक प्रमुख शैक्षिक सहायता योजना है, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हाशिए पर रहने वाले और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग जैसे अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी), अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग (ईबीसी), विमुक्त, खानाबदोश जनजाति (डीएनटी) और अल्पसंख्यक समुदायों के छात्र बिना किसी वित्तीय कठिनाई के 10वीं कक्षा के बाद स्नातकोत्तर तक अपनी शिक्षा जारी रख सकें।
पात्रता: छात्रों को पात्र श्रेणियों (एससी, एसटी, ओबीसी, ईबीसी, डीएनटी या अल्पसंख्यक समुदाय) से संबंधित होना चाहिए और आय मानदंड (आमतौर पर माता-पिता की वार्षिक आय ₹2.5 लाख से अधिक नहीं) को पूरा करना चाहिए।
कवरेज: छात्रवृत्ति में कक्षा स्नातक प्रथम वर्ष से से स्नातकोत्तर और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों तक की पढ़ाई को कवर करती है।
लाभ: इसमें शिक्षण संस्थानों को देय ट्यूशन फीस, रखरखाव भत्ता और अन्य अनिवार्य शुल्क की प्रतिपूर्ति शामिल है।
प्रशासन: योजनाएं केंद्र द्वारा प्रायोजित हैं और राज्य सरकार के माध्यम से कार्यान्वित की जाती हैं।
उद्देश्य: वंचित पृष्ठभूमि के छात्रों को अपनी उच्च शिक्षा पूरी करने और उनकी रोजगार क्षमता में सुधार करने में सक्षम बनाना।
आवश्यक दस्तावेज
Website: https://postmatric-scholarship.cg.nic.in/LoginPage.aspx
ऑनलाइन आवेदन,
1 पासपोर्ट साईज फोटो
10 वी, 12 वी एवं अंतिम परीक्षा की अंकसूची
जाति, निवास, आय प्रमाण पत्र,
फीस की रसीद,
आधार कार्ड,
बैक पासबुक,
गेप प्रमाण पत्र (यदि हो)